हम बौद्ध शिक्षाओं का अध्ययन जितनी अधिक गहराई से करते हैं, हमारे जीवन को परिवर्तित करने में हमारी साधना उतनी ही अधिक प्रभावी होती जाती है। हमारा चित्त अत्यंत जटिल होता है और इसलिए उस जटिलता का मुकाबला करने के लिए हमें उतनी ही उन्नत विधियों की आवश्यकता होती है; धर्म का गहन अध्ययन हमें क्रमिक ढंग से ऐसी ही विधियों से परिचित कराता है। जैसे किसी चित्र-पहेली के विभिन्न हिस्सों को इकट्ठा करके चित्र को पूरा किया जाता है उसी प्रकार धर्म के इन अवयवों को एकसाथ लाने पर हम इन्हें चिंतन और ध्यान साधना के माध्यम से अपने दैनिक जीवन में लागू कर सकते हैं।