चौदहवें दलाई लामा और गेलुग्पा परम्परा के आध्यात्मिक प्रमुख 97वें गान्देन त्रिपा के वरिष्ठ निजी शिक्षक याँग्द्ज़िन लिंग रिंपोछे सूत्र तथा तंत्र दोनों के ही ज्ञाता थे। वे वज्रभैरव, गुह्यसमाज और कालचक्र तंत्र परम्पराओं के वाहक और प्रसारकर्ता थे। उनके छठे पुनर्जन्म, तीन पूर्ववर्ती लिंग रिंपोछे भी पूर्ववर्ती दलाई लामाओं और गान्देन त्रिपाओं के निजी शिक्षक थे।