गेशे ङावंग धारग्ये (1925 - 1995) मूलतः बौद्ध धर्म के विख्यात शिक्षक थे। उन्होंने सेरा जे मठ में शिक्षा ग्रहण की और नौ साक्षात लामाओं (तुल्कुओं) और हज़ारों पाश्यात्य जन को शिक्षित किया। दलाई लामा द्वारा धर्मशाला स्थित लाइब्रेरी ऑफ तिब्बतन वर्क्स एंड आर्काइव्स में प्रथम शिक्षक नियुक्त किए जाने के बाद उन्होंने वहाँ 13 वर्ष तक शिक्षण कार्य किया। एक व्यापक अन्तरराष्ट्रीय शिक्षण दौरे के बाद उन्होंने डुनेडिन, न्यूजीलैंड में धारग्ये बुद्धिस्ट सेंटर की स्थापना की और अपना शेष जीवन वहाँ शिक्षण कार्य करते हुए बिताया।