त्सेनशाब सेरकोँग रिंपोछे, जो परम पावन चौदहवें दलाई लामा के मुख्य शिक्षकों में से एक थे, डा. बर्जिन के भी प्रधान शिक्षक थे। अपने व्यावहारिक दृष्टिकोण और हास्य बोध के कारण वे तिब्बती और पश्चिम के छात्रों के बीच समान रूप से लोकप्रिय थे। वे समस्त तिब्बती बौद्ध परम्पराओं के ज्ञाता थे और उन्होंने एक ज्ञानी विद्वान, एक कुशल साधक और करुणाशील गुरु होने का उदाहरण प्रस्तुत किया। डा. बर्ज़िन ने उनके घनिष्ठ शिष्य, भाषांतरकार और अंग्रेज़ी भाषा के सचिव के रूप में काम करते हुए बिताए नौ वर्षों की स्मृतियों को प्रस्तुत किया है।