शिक्षा ही बौद्ध-मुस्लिम सद्भाव की कुंजी है
डा. अलेक्ज़ेंडर बर्ज़िन
जब शिक्षा द्वारा बौद्ध और मुस्लिम लोग प्रेम, करुणा, धैर्य, और क्षमा के अपने सामान्य सार्वभौमिक मूल्यों को पहचानने और समझने लगेंगे तब अपने तात्त्विक मतभेदों के बावजूद धार्मिक सहअस्तित्व की आधारशिला रख पाएँगे।